Total Pageviews

Friday, February 18, 2011

ये दिल ....

तेरे आने की आह्ट से खुश हो जाता है ये दिल
न जाये कभी वो, चाहता है ये दिल
कभी उनको कभी खुद को 
देखता है ये दिल 
अब तो दिल की भी यही तमन्ना है  
मेरा हो जाये उनका भी दिल 
सोच सोच के मुस्कुराता है मेरा दिल 
उनके आने से कैसा मंजर होगा
सपने बुनने लगता है ये दिल 
उनके ख्यालो में ही खोने लगता है ये दिल 
दिल ही दिल में मुस्कुराने 
लगता है मेरा दिल 
उनके आने की ख़ुशी में 
बाग़-बाग़ हो जाता है ये दिल 
अब तो जल्दी से आ जाओ 
चुपके से दिल में समा जाओ 
.......रवि तिवारी....


No comments:

Post a Comment