तुम से मिला तो कलियों में भी निखार आ गयी
तुम्हारे बोलने से कोयल को भी गीत-मल्हार आ गयी
चलने को तो साथ चल देता तेरे मै भी
लेकिन एक एक पग पर काटो की भरमार आ गयी
तुम खुश रहो , तुम चलती रहो , आगे बढती रहो
तुम्हारी खुशियों से ही मेरे जीवन में बहार आ गयी !
.................रवि तिवारी ..................
खोयी हुयी जिन्दगी में खुशिया बेशुमार आ गयी
तुम्हारे हसने से बादलो से बरसात आ गयी
तुम्हारे बोलने से कोयल को भी गीत-मल्हार आ गयी
चलने को तो साथ चल देता तेरे मै भी
लेकिन एक एक पग पर काटो की भरमार आ गयी
तुम खुश रहो , तुम चलती रहो , आगे बढती रहो
तुम्हारी खुशियों से ही मेरे जीवन में बहार आ गयी !
.................रवि तिवारी ..................
सुंदर भाव...
ReplyDeleteएक बात बताऊं....
तुमसे मिला तो कलियों में निखार आ गया....ये होगा....
अगर खराब लगे तो टिप्पणी हटा सकते हैं...