जब से तू दूर गयी
तेरे ही ख्यालो में खोया रहता हु
कुछ याद है वो लम्हे अब भी
तुझसे मुलाकात का वो पहला पल
ना भुला कभी वो बरसात का दिन
तेरी रेशमी जुल्फों से
टपकती वो बारिश के बुँदे
वो लड़ना , वो झगड़ना
कभी ना भूलता वो हसीन पल
अब भी टपकती है वो बुँदे
लेकिन अब वो बरसात कहा
अश्को की बारिश रूकती नहीं
तेरी याद कभी जाती नहीं
लगता है पास हो
दिल के करीब हो
देखा तो हवा का झोका था
हकीकत नहीं वो धोखा था
भूल कर भी भूल पता नहीं
तेरी याद कभी जाती नहीं
.....रवि तिवारी .......
हर शब्द बहुत कुछ कहता हुआ, बेहतरीन अभिव्यक्ति के लिये बधाई के साथ शुभकामनायें ।
ReplyDeleteकृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
ReplyDeleteवर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .
dhanyvaad...sanjay bhaskar ji.......maine setting change kar diya hai....!!
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