जख्म पे मरहम कौन लगाने आएगा अब
रास्ते में अँधेरा ही अँधेरा नजर आता है अब..
उसी रौशनी की आस में जिए जा रहा हु
पल पल की उनकी खबर लिए जा रहा हु .......
रास्ते में अँधेरा ही अँधेरा नजर आता है अब..
उसी रौशनी की आस में जिए जा रहा हु
पल पल की उनकी खबर लिए जा रहा हु .......
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