तेरे साथ एक छोटी सी मुलाक़ात का वो दिन
याद है अब भी बरसात का वो एक दिन
हमने देखी थी तेरी आँखों में एक सच्चाई
सबसे अच्छी थी तेरी यह अच्छाई
पल भर की वो मुलाकात
तुमसे थोड़ी सी वो बात
क्या खूब थे तेरे जज्बात
भूल गया अपनी सारी बात
तुझे देख कर देखता ही रहा
अपने मन को कुरेदता ही रहा
मन में ख्वाब सजाता ही रहा
बात करता ही रहा
अब तो, ना भूलता कभी मुलाक़ात का वो दिन
अब भी याद है वो बरसात का दिन
फिर से एक मुलाक़ात करवा दो
जमकर बरसात करवा दो
जमकर बरसात करवा दो..!!
.......रवि तिवारी.......
No comments:
Post a Comment