जब में छोटा बच्चा था, खेला कूदा करता था
माँ के प्यार में खोया रहता था
पापा के कंधे पे घुमा करता था
खाना-पीना ,खेलना -कूदना,नाचना -गाना
क्या वो भी दिन थे बचपन के
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन के
वो भाग के जाना, सो कर खाना
भाई से लड़ना, बहना को पीटना
भूल ना पाना वो दिन बचपन के
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन के
ना काम की चिंता , ना अपनी चिंता
बागो में घूमना, अमरुद के पेड़ पे बैठना
बात बात पे रोना, माँ का प्यार में खो जाना
नानी की जुबानी वो चंदा मामा की कहानी
भूल न पाना वो दिन बचपन का
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन का
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन का......
.......Ravi Tiwari......
माँ के प्यार में खोया रहता था
पापा के कंधे पे घुमा करता था
खाना-पीना ,खेलना -कूदना,नाचना -गाना
क्या वो भी दिन थे बचपन के
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन के
वो भाग के जाना, सो कर खाना
भाई से लड़ना, बहना को पीटना
भूल ना पाना वो दिन बचपन के
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन के
ना काम की चिंता , ना अपनी चिंता
बागो में घूमना, अमरुद के पेड़ पे बैठना
बात बात पे रोना, माँ का प्यार में खो जाना
नानी की जुबानी वो चंदा मामा की कहानी
भूल न पाना वो दिन बचपन का
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन का
कोई लौटा दे मेरे वो दिन बचपन का......
.......Ravi Tiwari......
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